बार-बार रघुबीर सँभारी। तरकेउ पवनतनय बल भारी॥ हनुमान जी के एक एक बाल 'बार' को राम जी ने संभाल के रखा
बार-बार रघुबीर सँभारी। तरकेउ पवनतनय बल भारी॥
बार बार हनुमानजी को राम जी ने संभाल के रखा है, हनुमान जी के एक एक बाल 'बार' को राम जी ने संभाल के रखा है । #सुन्दरकाण्ड #Jai Sri Ram #Jai Hanuman
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