जपहिं नामु जन आरत भारी। मिटहिं कुसंकट होहिं सुखारी॥


जपहिं नामु जन आरत भारी। मिटहिं कुसंकट होहिं सुखारी॥
संकट से घबड़ाए हुए, आर्त भक्त नामजप करते हैं, तो उनके बड़े बुरे-बुरे संकट मिट जाते हैं और वे सुखी हो जाते हैं।
#ramayana #Jai Sri Ram #Jai Hanuman
जपहिं नामु जन आरत भारी। मिटहिं कुसंकट होहिं सुखारी॥
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Read along Sanskrit, Srimad Bhagwat Katha Mahatmya, chapter 1 shloka 1 to 23