मंगलाचरण, दुर्गति नाशिनी दुर्गा जय जय,काल विनाशिनी काली जय जय #सत्संग #kirtan #devigeet #सनातनधर्म
अपने घर में सत्संग कीर्तन के लिए यह मंगलाचरण बहुत सुंदर भाव प्रगट करता है, साथ ही सरल भी है | इसके शब्द इस प्रकार है..
Lyrics
दुर्गति नाशिनी दुर्गा जय जय,
काल विनाशिनी काली जय जय,
उमा, रमा, ब्रह्माणी जय जय,
राधा, सीता रुक्मणी जय जय,
सांब सदाशिव, सांब सदाशिव,
सांब सदाशिव, सांब सदाशिव,
हर हर शंकर, दुखहर, सुखकर,
अघ-तमहर हर हर हर शंकर,
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे,
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे,
जय जय दुर्गा, जय माँ तारा,
जय गणेश जय शुभ आगारा,
जयति सदाशिव जानकी राम,
गौरी शंकर सीता राम,
जय रघुनन्दन जय सिया राम,
व्रज गोपी प्रिय राधे श्याम,
रघुपति राघव राजा राम,
पतित-पावन सीता राम|
Anisha
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