बार-बार रघुबीर सँभारी। तरकेउ पवनतनय बल भारी॥ हनुमान जी के एक एक बाल 'बार' को राम जी ने संभाल के रखा


बार-बार रघुबीर सँभारी। तरकेउ पवनतनय बल भारी॥
बार बार हनुमानजी को राम जी ने संभाल के रखा है, हनुमान जी के एक एक बाल 'बार' को राम जी ने संभाल के रखा है । #सुन्दरकाण्ड #Jai Sri Ram #Jai Hanuman
बार-बार रघुबीर सँभारी। तरकेउ पवनतनय बल भारी॥ हनुमान जी के एक एक बाल 'बार' को राम जी ने संभाल के रखा
Views: 1256



blog comments powered by Disqus



नहिं कलि करम न भगति बिबेकू। राम नाम अवलंबन एकू॥