वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम्देवकीपरमानन्दं कृष्णं वंदे जगद्गुरुम् , #आदिगुरू शंकराचार्य
21 November, 2022 |
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न तातो न माता न बन्धुर्न दाता न पुत्रो न पुत्री न भृत्यो न भर्ता । न जाया न विद्या न वृत्तिर्ममैव गतिस्त्वं गतिस्त्वं त्वमेका भवानि ॥१॥ Sing at Kheer Bhavani Temple, Kashmir, India
नित्यानन्दकरी वराभयकरी सौन्दर्यरत्नाकरी निर्धूताखिलघोरपावनकरी प्रत्यक्षमाहेश्वरी । प्रालेयाचलवंशपावनकरी काशीपुराधीश्वरी भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥१॥
Sing along Krishna Sanskrit bhajan for home satsang
जीवन में परमात्मा की भक्ति प्राप्त करने का सरल साधन है, Krishna Bhajan.